
कुछ रह गया तेरा मेरे पास..
न हुआ किसी को इसका एहसास..
न मैंने माँगा..
न तुने दिया..
बस रह ही गया...!
तेरी आहटों से मेरी खामोशियाँ भरी..
आहटें जो रहती थी..
तेरे आने से पहले..
और तेरे जाने के बाद.
तुझे रूबरू रख कर..
जो दिए थे जलाये..
वोह जलते रहे, घटते रहे,
सुलगते रहे, पिघलते रहे..
तुम्हे लेकर एक जहाँ रचाया,
मौसम बुने, रंग भरे..
मुझे टोह कर जब जाती..
आह्ट तुम्हारी या याद तुम्हारी..
अजनबी कर जाती,
इस दुनिया को सारी.
और फिर जब तुम चले गए..
कुछ रह गया तेरा मेरे पास..
न हुआ किसी को इसका एहसास..!
captivating indeed.... kya baat, kya baat, kya baat!!!!
ReplyDeletekiski hai ye yaad....?
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